ताजा खबर
बुलेट ट्रेन: प्रोजेक्ट का पूरा होना इस प्रमुख कारक पर निर्भर करता है, आरटीआई से पता चला   ||    ICICI और Yes Bank के सर्विस चार्ज बदले, Axis ने भी किया बड़ा ऐलान   ||    मलेशियाई नौसेना के हेलीकॉप्टर हवा में टकराए, 10 की मौत   ||    लोकसभा चुनाव 2024: सबसे बड़ा लोकतंत्र मतदान क्यों नहीं कर रहा?   ||    Earth Day 2023: पृथ्वी दिवस कब और क्यों मनाया जाता है?   ||    फैक्ट चेक: उत्तराखंड में लोकसभा चुनाव के बीच CM धामी ने सरेआम बांटे पैसे? वायरल वीडियो दो साल पुराना...   ||    मिलिए ईशा अरोड़ा से: ऑनलाइन ध्यान खींचने वाली सहारनपुर की पोलिंग एजेंट   ||    आज का इतिहास: 16 अप्रैल को हुआ था चार्ली चैपलिन का जन्म, जानें अन्य बातें   ||    एक मंदिर जो दिन में दो बार हो जाता है गायब, मान्यता- दर्शन मात्र से मिलता मोक्ष   ||    फैक्ट चेक: कानपुर में हुई युवक की पिटाई का वीडियो 'ब्राह्मण पर पुलिसिया अत्याचार' के गलत दावे के साथ...   ||   

50 वर्ष से कम उम्र के लगो में क्यों बढ़ रहा है कैंसर का खतरा, आप भी जानें

Photo Source :

Posted On:Tuesday, March 26, 2024

मुंबई, 26 मार्च, (न्यूज़ हेल्पलाइन)   विश्व स्तर पर, प्रति वर्ष 50 वर्ष से कम उम्र के दस लाख से अधिक लोग कैंसर से मर रहे हैं। कैंसर का निदान 15 और 39 वर्षों में होता है (किशोर और युवा वयस्क) आबादी में हर साल होने वाले सभी कैंसर निदानों में से लगभग 5% होते हैं। पिछले तीन दशकों में 50 वर्ष से कम उम्र के व्यक्तियों में कैंसर के निदान में लगभग 80 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।

आईसीएमआर के आंकड़ों से पता चला है कि पुरुषों में मुंह, जीभ और ल्यूकेमिया के कैंसर बढ़ रहे हैं, जबकि महिलाओं में स्तन और थायराइड कैंसर बढ़ रहे हैं। खराब स्वास्थ्य और मौतों के मामले में शुरुआती कैंसर का पुरुषों की तुलना में महिलाओं पर बहुत अधिक प्रभाव पड़ा।

किसी समुदाय या देश के लिए सबसे अधिक उत्पादक समूह होने के नाते, इस आबादी में कैंसर की रोकथाम, जांच, निदान और चिकित्सीय पहलुओं में सुधार पर अत्यधिक ध्यान देने की आवश्यकता है।

वृद्धि के पीछे क्या है?

जीवनशैली विकल्प

पश्चिमी आहार, लाल मांस, नमक और चीनी की अधिकता वाला आहार, ताजे फल और डेयरी उत्पादों की कम मात्रा, अस्वास्थ्यकर खान-पान की आदतें, प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों की बढ़ती खपत, शारीरिक गतिविधि की कमी और गतिहीन जीवन शैली जैसे कारक मोटापे को बढ़ाने में योगदान करते हैं। मोटापे की बढ़ती दर प्रारंभिक शुरुआत वाले कैंसर से जुड़ी हुई है।

तम्बाकू और शराब का सेवन

भारत में युवा लोगों के बीच तम्बाकू (धूम्रपान या चबाना) और शराब का सेवन व्यापक रूप से किया जाता है। तम्बाकू का उपयोग, फेफड़े, मौखिक और गले के कैंसर सहित विभिन्न कैंसर का एक प्रमुख कारण है। पर्यावरणीय कारक: भारत में तेजी से औद्योगीकरण और शहरीकरण के कारण वायु और जल प्रदूषण सहित पर्यावरण प्रदूषकों, रसायनों के संपर्क में वृद्धि हुई है, जिससे इसका खतरा बढ़ गया है। कैंसर।

संक्रामक एजेंटों

कैंसर से जुड़े वायरल संक्रमण बढ़ रहे हैं। ह्यूमन पैपिलोमावायरस (एचपीवी): गर्भाशय ग्रीवा, गुदा और ऑरोफरीन्जियल कैंसर से जुड़ा हुआ। हेपेटाइटिस बी और सी: लीवर कैंसर से जुड़े। एपस्टीन-बार वायरस (ईबीवी): लिम्फोमा और नासॉफिरिन्जियल कैंसर से जुड़ा हुआ।

विलंबित संतानोत्पत्ति

युवा महिलाएं प्रसव में देरी कर रही हैं, जिससे हार्मोनल संतुलन प्रभावित हो रहा है, जिससे स्तन और डिम्बग्रंथि कैंसर जैसे कुछ कैंसर का खतरा बढ़ सकता है।

बेहतर कैंसर स्क्रीनिंग कार्यक्रमों के कारण पहले ही कैंसर का पता चल गया है, जिससे कैंसर की घटनाओं में वृद्धि हो सकती है। अधिक जागरूकता और स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंच में आसानी भी एक भूमिका निभाती है।

नियंत्रण के लिए बहुआयामी दृष्टिकोण की आवश्यकता है।

स्वस्थ जीवन शैली को बढ़ावा देना: जिसमें नियमित शारीरिक गतिविधि, फलों और सब्जियों से भरपूर संतुलित आहार शामिल है। पर्यावरण प्रदूषकों को नियंत्रित करने के लिए नियमों को लागू करना और लागू करना। जागरूकता बढ़ाने और युवाओं को कैंसर की रोकथाम और नियंत्रण के प्रयासों के समर्थक के रूप में शामिल करने के लिए सार्वजनिक स्वास्थ्य अभियान।


लखनऊ और देश, दुनियाँ की ताजा ख़बरे हमारे Facebook पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें,
और Telegram चैनल पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें



You may also like !

मेरा गाँव मेरा देश

अगर आप एक जागृत नागरिक है और अपने आसपास की घटनाओं या अपने क्षेत्र की समस्याओं को हमारे साथ साझा कर अपने गाँव, शहर और देश को और बेहतर बनाना चाहते हैं तो जुड़िए हमसे अपनी रिपोर्ट के जरिए. Lucknowvocalsteam@gmail.com

Follow us on

Copyright © 2021  |  All Rights Reserved.

Powered By Newsify Network Pvt. Ltd.